रेवाड़ी में बीकानेर गांव का रहने वाला एक युवक और उसके घर के चार अन्य सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए। जिला प्रशासन ने गांव बीकानेर को कंटेनमेंट जोन बनाकर पूरी तरह से सील कर दिया है। तो वहीं परिवार के सदस्यों के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
पूरे गांव में मचा हड़कंप:
यह खबर सामने आते ही बीकानेर गांव में हड़कंप मर चुका है। दरअसल यह युवक गुरुग्राम की एक कंपनी में नौकरी करता है। युवक करोना संक्रमण की चेन वहीं से लेकर आया है युवक से ही उसके परिवार के सदस्य भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। युवक से कोरोना संक्रमण की चेन बनने के पीछे कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी बताई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही:
दरअसल कुछ समय पहले इस युवक का सैंपल किसी दूसरे युवक के नाम पर भेज दिया गया था। 13 मई को यह युवक पहली बार सैंपल देने नागरिक हस्पताल पहुंचा था। वहां पर उसका सैंपल ले लिया गया। लेकिन किसी अन्य के नाम पर उसका सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया। 15 मई को जब रिपोर्ट आई तो किसी दूसरे व्यक्ति को कोरोना संक्रमित मान लिया गया और असली कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट नेगेटिव दिखा दी गई।
लेकिन इसके बाद उस दूसरे युवक ने बताया कि उसका तो 13 मई को कोई सैंपल लिया ही नहीं गया था। जिसके बाद 15 मई को दोबारा उस व्यक्ति का टेस्ट किया गया। जिसमें पता चला कि उसे एक कोरोनावायरस नहीं है और सैंपल लेने में कोई गड़बड़ी हुई है। 19 मई को बीकानेर निवासी उस युवक को दोबारा से टेस्ट के लिए बुलाया गया। टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि उसे कोरोना वायरस है। तब तक उसने अपने परिवार के सदस्यों तक भी कोरोना फैला दिया था। अब व्यक्ति और उसके पूरे परिवार को अस्पताल में भर्ती करा दिया है।
पूरे गांव में है डर का माहौल:
बीकानेर गांव के इस व्यक्ति और उसके परिवार को कोरोना होने के बाद अब पूरे गांव में डर का माहौल है। उस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति की तलाश की जा रही है। साथ ही लोगों से भी घर में रहने की अपील की जा रही है।